कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में अटक जाती है। कभी-कभी मेरा हाथ थामे साथ चलते-चलते तुम्हारी निगाह कहीं शून्य में...
मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत, मैं भी भारत तू भी भारत, मैं और तुम में सिमटता भारत,
""मैं एक मजदूर हूं "" (लॉकडाउन के दौरान) ""मैं एक मजदूर हूं "" (लॉकडाउन के दौरान)
अपने लिए हम ही तो हैं जग में ही सबसे ही खास। अपने लिए हम ही तो हैं जग में ही सबसे ही खास।
शिक्षा जगत का हो रहा, ऐसे बंटाधार। शिक्षा जगत का हो रहा, ऐसे बंटाधार।
खुश रहना है चमकते रहना है इस मौसम ने ये पैगाम समझाया है। खुश रहना है चमकते रहना है इस मौसम ने ये पैगाम समझाया है।